- होम
- राष्ट्रीय+
- वीडियो
- राज्य+
- उत्तर प्रदेश
- अम्बेडकर नगर
- अमेठी
- अमरोहा
- औरैया
- बागपत
- बलरामपुर
- बस्ती
- चन्दौली
- गोंडा
- जालौन
- कन्नौज
- ललितपुर
- महराजगंज
- मऊ
- मिर्जापुर
- सन्त कबीर नगर
- शामली
- सिद्धार्थनगर
- सोनभद्र
- उन्नाव
- आगरा
- अलीगढ़
- आजमगढ़
- बांदा
- बहराइच
- बलिया
- बाराबंकी
- बरेली
- भदोही
- बिजनौर
- बदायूं
- बुलंदशहर
- चित्रकूट
- देवरिया
- एटा
- इटावा
- अयोध्या
- फर्रुखाबाद
- फतेहपुर
- फिरोजाबाद
- गाजियाबाद
- गाजीपुर
- गोरखपुर
- हमीरपुर
- हापुड़
- हरदोई
- हाथरस
- जौनपुर
- झांसी
- कानपुर
- कासगंज
- कौशाम्बी
- कुशीनगर
- लखीमपुर खीरी
- लखनऊ
- महोबा
- मैनपुरी
- मथुरा
- मेरठ
- मिर्जापुर
- मुरादाबाद
- मुज्जफरनगर
- नोएडा
- पीलीभीत
- प्रतापगढ़
- प्रयागराज
- रायबरेली
- रामपुर
- सहारनपुर
- संभल
- शाहजहांपुर
- श्रावस्ती
- सीतापुर
- सुल्तानपुर
- वाराणसी
- दिल्ली
- बिहार
- उत्तराखण्ड
- पंजाब
- राजस्थान
- हरियाणा
- मध्यप्रदेश
- झारखंड
- गुजरात
- जम्मू कश्मीर
- मणिपुर
- हिमाचल प्रदेश
- तमिलनाडु
- आंध्र प्रदेश
- तेलंगाना
- उडीसा
- अरुणाचल प्रदेश
- छत्तीसगढ़
- चेन्नई
- गोवा
- कर्नाटक
- महाराष्ट्र
- पश्चिम बंगाल
- उत्तर प्रदेश
- Shopping
- शिक्षा
- स्वास्थ्य
- आजीविका
- विविध+
युवराज सिंह ने वर्ल्ड कप को लेकर कही बात, कहा- अक्षर पटेल की जगह वाशिंगटन सुंदर होने चाहिए
वर्ल्ड कप 2011 के नायक रहे युवराज सिंह का मानना है कि भारतीय टीम बेहतरीन खिलाड़ियों से भरी हुई है, लेकिन घरेलू टीम के लाइन अप में चोटिल अक्षर पटेल की जगह कलाई के स्पिनर युजवेंद्र चहल या वाशिंगटन सुंदर को शामिल किया जाना चाहिए था। चोट के कारण ऑलराउंडर अक्षर वर्ल्ड कप में नहीं खेल पाएंगे। उनकी जगह ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन को शामिल किया है। युवराज ने मीडिया से बातचीत में कहा, ‘मुझे व्यक्तिगत रूप से लगता है कि इस टीम में युजवेंद्र चहल की कमी है। टीम में एक लेग स्पिनर की कमी है। अगर हम युजी को नहीं चुन रहे हैं तो मैं वाशिंगटन सुंदर को टीम में देखने का इच्छुक था, लेकिन टीम शायद एक अनुभवी गेंदबाज चाहती थी, इसलिए मुझे लगता है कि उन्होंने अश्विन को चुना।’
बुमराह से फर्क पड़ेगा
युवराज ने कहा कि वर्ल्ड कप में जसप्रीत बुमराह के प्रदर्शन का भारत के अभियान पर काफी असर पड़ेगा। युवी ने कहा, ‘जसप्रीत एक मैच विजेता हैं, जैसा जैक (जहीर खान) ने हमारे लिए 2011 में किया था। जसप्रीत को उनका कौशल और रफ्तार खतरनाक बनाती है। वह टीम के काफी अहम खिलाड़ी हैं। चोट से इतने लंबे समय बाद वापसी करना काफी बड़ी चीज है। ऐसे गेंदबाज के होने से टीम का मनोबल बढ़ा रहता है क्योंकि वे किसी भी हालत से मैच जीत सकते हैं।’
पूरी ताकत झोंकनी होगी
युवी ने यह भी कहा, 'वर्ल्ड कप जीतने के लिए हर किसी को अपना सब कुछ झोंकना होगा। फॉर्मेट अलग है और यदि आप सेमीफाइनल चरण में पहुंचते हैं, तो आपको सीधे बड़े मैच में दबाव का सामना करना पड़ेगा। इसलिए मुझे लगता है कि सब कुछ इस बात पर निर्भर करेगा कि आप दबाव से कैसे निपटते हैं।' 2011 में भारत ने जब अपनी संयुक्त मेजबानी में वर्ल्ड कप जीता था, उसमें युवराज सिंह का बड़ा योगदान था। युवी ने आठ पारियों में 362 रन बनाने के साथ-साथ टूर्नामेंट में 15 विकेट भी चटकाए थे।